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शहीद मनदीप सिंह नेगी | भारतीय सेना शौर्य और बलिदान | विशेष लेख

भावपूर्ण श्रद्धांजलि
 शहीद मनदीप सिंह नेगी
 गांव बुरासी, ब्लॉक- पाबौ, 
पौड़ गढ़वाल उत्तराखंड

2017 में गढ़वाल राइफल सेना में भर्ती भारत के लाल जवान मनदीप सिंह नेगी जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि।

   यह तो मालूम है। कि मृत्यु का समय हममें कोई तय नहीं करता, ना कोई जानता है। यह अज्ञात है। किंतु जब कारवां आसमानी हो, जीवन लय में हो, तो मृत्यु के विषय में कोई क्यों सोचे।

   जिसके हर कदम राष्ट्र को समर्पित हैं, जीत राष्ट्र को समर्पित है, जुबान जोशीले नारों से राष्ट्र को बयां करती हो, और यह  भक्ति भाव जब उसे सरहद पर मजबूती से खड़ा करती है, तब उनके शरीर पर आई एक कोई खरोंच केवल उसकी ना रहे। उसकी थकान, उसकी भूख, उसकी प्यास राष्ट्र के 130 करोड़ लोगों में बंट  जाए।

   उसकी राष्ट्रभक्ति उसका समर्पण का भाव उसे इतनी शक्ति दे कि उसका साहस कभी फीका ना पड़े। इस राष्ट्र के संपूर्ण यश में उसका योगदान अगणनीय है, वह उस यश की किरणों का स्रोत है। वह इस राष्ट्र का सूरज है।

   उसकी राष्ट्रभक्ति का भाव तो पूरी दुनिया में पूजनीय है। वह भक्ति इतनी प्रबल है, कि प्राणों का संकट भी उसे अडिग रखे है।

   वह हर आंसू जो आज फूट पड़ा है, हर चेहरा जो मायूस है। मन निराश है, यह क्या है, यह वह तपस्या है, यह उस इंतजार की तपस्या है, वह आंसू, वह मायूसी, वह निराशा बलिदान को बयां कर रही है।
और इस तपस्या से हांसिले जिंदगी क्या है, जो है वह इस दुनिया के सुखों से ऊपर है। और इस संसार के किसी अन्य तप का फल नहीं है।

   यह दुनिया का सबसे बड़ा शोक है। मां भारती की रक्षा हमारा धर्म है। और यह धर्म सदियों से निभाया जा रहा है। बस वह सदैव इस धर्म को निभाते बलिदान हुए ने जो छोड़ा है, यह दुख, आंसू, निराशा, इन्हें सहने की शक्ति दे।

   भारत का तिरंगा सबसे ऊंचा लहरा रहा है यह गगन चूम रहा है। यह उस बलिदान का परिणाम है, वह हर पीढ़ी का बलिदान समेटे हैं, वह युगों तक लहराता रहेगा, और हमारी जुबान पर युगों तक उनके बलिदान के गीत रहेंगे।

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