उनकी ईमानदार मेहनत जो दुर्गम क्षेत्र में कम संसाधनों के साथ केवल एक उम्मीद पर चल रही है, उसका परिणाम एक मजबूत भारतीय टीम भी है। यह भारतीय टीम की ताकत है, कि मोहम्मद शमी जैसे शानदार खिलाड़ी भी बेंच पर बैठे रहते हैं।
मैं इस लेख को क्रिकेट विश्व कप 2023 के 29 अक्टूबर को हुए भारत बनाम इंग्लैंड मैच के बाद लिख रहा हूं। यह शानदार क्रिकेट प्रदर्शन भारतीय टीम को वर्ल्ड कप विजेता के रूप में दर्शाता है।
बुमराह और मोहम्मद शमी की आरंभिक गेंदबाजी ने सामने खड़े विपक्षी बल्लेबाजों को आश्चर्यजनक ढंग से आउट कर दिया। यह गेंदबाजी का बेहद उत्कृष्ट प्रदर्शन था। सबसे महत्वपूर्ण यह भारतीय क्रिकेट को उठाता है। युवा जो इस खेल के लिए समर्पित भाव से जुटे हुए हैं। इसे अपना भविष्य चुन चुके हैं। उनके लिए यह और अधिक मेहनत का सबक है।
और भारत में क्रिकेट इतने विशाल खेल प्रेमियों की वजह क्या है? यही बस इस खेल में जीत और हार लाखों दिलों को खुश करती है या निराश कर देती है। हर व्यक्ति इस खेल से जुड़ा है। इस खेल में अपने हीरो को देखता है। देश में हर खिलाड़ी जो एक छोटे से प्लेटफार्म पर खेल रहा है, उसकी ईमानदार कोशिश उन बड़े स्तर पर खेल रहे खिलाड़ियों का कद बनाता है।
दरअसल यह देश के किसी कोने में खेल रहे खिलाड़ी की मेहनत का ही फल है। क्योंकि उसकी ईमानदार मेहनत और उसका उन छोटे स्तरों पर खेलना एक बड़ी भारतीय टीम को गठित करता है। उसे छोटे स्तर पर उसके खेल से जन्मी प्रतिस्पर्धा एक भावी खिलाड़ी को अत्यधिक मेहनत के लिए प्रेरित करती है। इन छोटे स्तरों पर जन्मी इस प्रतिस्पर्धा के चलते ही महान खिलाड़ियों का उदय संभव है।।