
मुख्य समाचार-
◆ चारधाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। बैठकें में इस संबंध में लगातार होती आ रही हैं। साथ ही चार धाम यात्रा राज्य के आर्थिक की में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इसलिए छोटी से छोटी बातों पर संज्ञान लिया जा रहा है। इस विषय में जहां उत्तराखंड में प्रवेश के लिए कोविड जांच रिपोर्ट और अन्य जैसे कोविड वेक्सीनेशन की रिपोर्ट के संबंध में अफवाह कि इस खबर का है। जिसमें श्रद्धालुओं में अफवाह है, कि उत्तराखंड में प्रवेश के लिए कोविड जांच रिपोर्ट कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की आवश्यकता होगी। जबकि इस पर मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री धामी के निर्देशों पर साफ किया है, कि राज्य में प्रवेश के लिए कोविड संबंधी कोई अवरोध नहीं है। हां मास्क पहनना जरूरी है। पिछले कुछ दिनों पहले ही प्रधानमंत्री मोदी जी ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के संबंध में सभी राज्यों को अलर्ट रहने की निर्देश दिए हैं। {उत्तराखंड समाचार daily | 30 अप्रैल 2022}
◆ खबरें राज्य में कुछ जिलों में हुई वर्षा की है। जो तेज गर्मी के इस चुनौतीपूर्ण समय में बहुत अधिक सुखद समाचार है। जहां चमोली में वर्षा ने तापमान को कुछ कम कर लोगों को निजात दिलाई। साथ में उनके तापमान के कारणों में एक वनों में लगी अग्नि को कम कर वन विभाग की प्राकृतिक तौर से स्वयं मदद हो गई। रुद्रप्रयाग पिथौरागढ़ व अन्य क्षेत्रों में वर्षा ने अपना दर्शन दिए इससे किसानों की गेहूं की पकी फसल जो फिर भीग गई। उन्हें उसे कुछ दिन सूखने का इंतजार करना होगा। किंतु यह इतनी बड़ी समस्या नहीं, जितनी कि तापमान इन दिनों परेशानी बना है। {उत्तराखंड समाचार daily | 30 अप्रैल 2022}
◆ बद्रीनाथ में जारी योजना के तहत हो रहे निर्माण परिवर्तन पहले ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया से होकर गुजर रहा है। कई सरकारी और गैर सरकारी भवनों को खाली कर ध्वस्त किया जा चुका है। जहां अब 24 ऐसे संस्थान दुकानें हैं। जिन्हें अब नोटिस जारी किया गया है, कि वह भी 5 दिन के भीतर अपने भवन को खाली करें। {उत्तराखंड समाचार daily | 30 अप्रैल 2022}
ठीक इसी प्रकार अतिक्रमण पर सख्त कार्यवाही या सामने आ रही हैं। जहां रुद्रप्रयाग शहर में बस अड्डे और मुख्य सड़कों पर व्यापारियों के अतिक्रमण पर संबंधित अधिकारी पालिका ईओ सुशील कुमार जी ने निरीक्षण किया, और अतिक्रमण हटाओ अभियान का आरंभ किया केदारनाथ पैदल मार्ग यात्रा में दुर्घटनाएं घटित होती रहती हैं। इस पर यदि यात्रियों पर सरकार व स्थानीय व्यवस्था की नजर रहे तो समस्याओं को निपटाने भी जा सकता है। इसके लिए जीपीएस का उपयोग की बात की गई। जिससे यात्री की लोकेशन का ठीक पता जानकारी में रहेगा। इसके लिए यात्रा के लिए प्रयोग 2100 घोड़ो व खच्चरों पर जीपीएस की लगा दी गई है। {उत्तराखंड समाचार daily | 30 अप्रैल 2022}
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