बुधवार, 27 अप्रैल 2022

अफगानिस्तान में हालात | afganistan update

अफगानिस्तान में तालिबान के लगभग 9 महीने का शासन हो चुका है। इसमें तालिबान के नियमों और फसलों की खबरें चर्चा में रहीं। अफगानिस्तान में अब क्या हालात हैं। जहां विश्व बैंक ने चेताया है, कि वहां एक तिहाई लोगों के पास भरपेट भोजन को भी पैसे नहीं है। वहां तालिबान के महिलाओं और लड़कियों के प्रति फैसलों में अधिक जटिलता लाई गई है। {अफगानिस्तान में  हालात | 26 apr 2022 afganistan update}

तालिबान के हालात ऐसे हैं कि गरीब लोगों के पास यहां तक कि विश्व बैंक ने चेताया है कि वहां एक तिहाई लोगों के पास भरपेट भोजन को भी पैसे नहीं है इसमें जो दानकर्ताओं की ओर से दान की घोषणा हुई है, वास्तव में कहें तो वह कुल जरूरत का आधा भी नहीं। किंतु क्या यह मदद हासिल हो भी पाएगी या नहीं। इस पर भी संशय है। क्योंकि आफगान के लड़कियों के प्रति फैंसलो ने उसे दुनिया के सामने अलग तरह से पेश किया है। जहां आफगानिस्तान इस वक्त पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अपनी मान्यता के लिए प्रयासरत हैं। वही उसके फैसलों से यह होना अप्रासंगिक लगता है। तमाम अंतरराष्ट्रीय फंडिंग जो उसे प्राप्त होती रही थी, अब नहीं मिल पा रही हैं। ऐसे में सामान्य दैनिक जरूरतें यहां तक की आम लोगों को भोजन जुटा पाने में भी बड़ी कठिनाई हो रही है। इस पर अफगान तालिबान सरकार का जवाब है। कि वह फैसले उसके अपने देश में शरिया कानून और अफगान परंपराओं के अनुसरण के अधीन लिए गए हैं। {अफगानिस्तान में  हालात | 26 apr 2022 afganistan update}

फंडिंग के संबंध में संयुक्त राष्ट्र ने क्या कहा-

  संयुक्त राष्ट्र इस संबंध में आम जनमानस के लिए अतिरिक्त फंडिंग के विषय में संसय में है, उनका कहना है कि लड़कियों के संबंध में अफगान का ऐसा फैसला जहां सेकेंडरी स्कूलों में उनको प्रतिबंधित कर दिया गया है, दुनिया में तमाम देशों को गलत संदेश देता है। और हो सकता है, कि उसके सहयोगी उससे मुंह फेर ले। अफगानिस्तान का विश्व में ऐसा देश बनने की आशंका जताई गई है। उनका कहना है, कि हम अतिरिक्त फंडिंग नहीं कर सकते हैं। क्योंकि आफगान में हालात काम करने लायक नहीं है। {अफगानिस्तान में  हालात | 26 apr 2022 afganistan update}

अफगानिस्तान में नए नियम चर्चा में-

◆ अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों को लेकर जहां पहले उनके स्कूल जाने को लेकर तालिबान सरकार ने स्पष्ट किया था, कि वह स्कूल जा सकती हैं अब अफगान में लड़कियों के हाई स्कूल जाने पर रोक लगा दी गई है।

◆ अनेक इंटरनेशनल ब्रॉडकास्ट जो अब तक वहां सुने देखे जाते थे। उन्हें तालिबान सरकार ने बंद करने का आदेश दिया है। टिक टॉक पब्जी जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का अफगानिस्तान सरकार ने अपने देश में बैन कर दिया है।

◆ इसके अलावा सरकारी कर्मचारियों वह अन्य को दाढ़ी बढ़ाने और पारंपरिक वस्त्रों के उपयोग की सलाह दी गई हैं।

◆ काबुल में अब पार्कों में महिला और पुरुषों को एक साथ उपस्थित होना प्रतिबंधित कर दिया गया है। महिलाओं के लिए हफ्ते के कुछ दिन पार्कों में जाने के लिए नियत होंगे। वहीं पुरुषों को अन्य दिन पार्को में जाने की अनुमति होगी। {अफगानिस्तान में  हालात | 26 apr 2022 afganistan update}

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नमस्कार साथियों मेरा नाम दिवाकर गोदियाल है। यहां हर आर्टिकल या तो सामाजिक सरोकारों से जुड़ा है, या जीवन के निजी अनुभव से, शिक्षा, साहित्य, जन जागरण, व्यंग्य इत्यादि से संबंधित लेख इस ब्लॉग पर आप प्राप्त करेंगे 🙏