भारतीय टीम का हिस्सा इस वर्ल्ड कप में श्रेयश अय्यर अब तक अपना खास नहीं दे पाए थे। पूर्व में एक मैच के बाद जब उन्हें बाहर रखा गया यह कहकर की फिटनेस संबंधी समस्या है, और ईशान किशन को उनकी जगह पर लाया गया तो उनकी ओर से एक निराशा प्रतिक्रिया प्रकट की गई, कि उन्हें यह सब का पता भी नहीं चला कि उन्हें कैसे प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा जा रहा है।
यह भारतीय क्रिकेट टीम कप्तान और मैनेजमेंट के लिए बड़ी विडंबना है, कि कैसे खिलाड़ियों में सर्वश्रेष्ठ का चयन हो। क्योंकि भारत में प्रतिवर्ष होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग के चलते खिलाड़ियों का एक शानदार प्रदर्शन देखने को मिलता है। वही खिलाड़ी देश की टीम के लिए खेलने की योग्यता भी रखते हैं। हालांकि वहां खेल रहे खिलाड़ी खेल प्रेमियों के सामने एक हीरो की छवि तो हासिल कर ही लेते हैं। उनके अपने-अपने चाहने वाले भी होते हैं, जो उनके लिए केवल उनके लिए मैदान में दर्शक बन बैठे होते हैं। इसमें जब खिलाड़ियों का भारतीय टीम के लिए चयन किया जाता है, तो खेल प्रेमियों की इच्छा और खेल मैनेजमेंट के द्वारा चयन किए गए खिलाड़ियों में गतिरोध बनना तय होता है। लेकिन फिर भी जिन भी खिलाड़ियों का चयन किया जाता है, वह श्रेष्ठ ही होते हैं।
आज श्रेयश अय्यर ने यही दर्शाया की काफी समय से इस टूर्नामेंट में शांत उनका बल्ला समय पर अपनी उपस्थिति दिखा सकता है। आज उनके बल्ले ने जिन छक्कों की झड़ी लगाई गई, वह उनके शानदार खिलाड़ी होने की पहचान है। खेल में एक रौनक बांध कर रखी थी, श्रेयस अय्यर ने।
उनके बल्ले से निकले छह छक्कों में एक इस टूर्नामेंट का सबसे लंबा छक्का है, जो 106 मी का है। श्रेयश अय्यर आज की शाम के हीरो बनकर भारत के लिए एक शानदार पारी को जमाते हैं।।
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें
Please comment your review.