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Bihar election results | NDA की जीत महागठबंधन की करारी हार



बिहार के विधानसभा चुनाव का परिणाम अब सामने है। एनडीए सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत लेकर आया है। यह बहुमत के आंकड़े को पार कर चुका है। बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 सीटों की आवश्यकता होती है लेकिन एनडीए का गठबंधन इस समय पर 200 का आंकड़ा छू रहा है। और अब लगभग तय हो चुका है, कि गठबंधन 200 या अधिक सीटें लेकर सरकार गठित कर रहा है। यह अब तक की सबसे बड़ी जीत है जो एनडीए को प्राप्त हुई है 2010 के बाद। 2010 में भी इसी प्रकार का जनमत देखने को मिला था। बात अगर जदयू की करें तो इस समय पर जेडीयू अपने पिछले प्रदर्शन से दुगना लगभग 85 सीटों पर जीत हासिल कर रही है। बीजेपी 90 या उससे आगे पहुंच चुकी है। वही बात लोजपा की करें जो 29 सीटों पर चुनाव लड़ती है, और इस समय पर 19 सीट जीत हासिल करने के कगार पर है। नरेंद्र मोदी ने चिराग पासवान पर विश्वास जताया उनकी मांग के अनुसार उन्हें 29 सीटें दे दी सभी इस बात पर चर्चा कर रहे थे, कि यह कुछ अधिक सीटें चिराग पासवान को सौंप दी गई हैं। लेकिन उसके बावजूद भी चिराग पासवान ने अपने विश्वास को बनाए रखा, और अच्छी संख्या में सीट हासिल की।

यदि विपक्षी गठबंधन की बात करें तो आरजेडी केवल 25 सीटों पर सिमट कर रह गई है। अब तक बात यह थी, कि राजद विधानसभा में सबसे बड़ा दल तो जरूर बनेगा, क्योंकि सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रहा है, लेकिन यह ख्वाब पूरी तरह से एक सपना ही रह गया। अनुमान पहले से ही था, कि एनडीए को जीत मिलेगी एग्जिट पोल इस बात को बार-बार दिखा रहे थे। लेकिन विपक्षी महागठबंधन को लेकर इतना बड़ी गिरावट देखने को मिलेगी ऐसा अनुमान नहीं था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मात्र 6 सीटों पर चुनाव जीत सकी है। लगभग 61 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतरी थी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का केवल 6 सीटों पर जीतना आज दिखाता है, कि वह अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। बिहार की जमीन पर वह अपना अस्तित्व ढूंढ रहे हैं। कुछ इस प्रकार से चुनाव के परिणाम देखने को मिले हैं, जहां 50 का आंकड़ा छूना भी विपक्षी महागठबंधन के लिए कठिन कार्य हो गया है। जबकि एआइएमआइएम 5 सीटों के साथ बढ़त बनाए हुए हैं।

यह बिहार के कुछ महत्वपूर्ण दलों का चुनावी रुझान है। बात साफ है, एनडीए एक बार फिर से स्पष्ट बहुमत के साथ बिहार में सरकार बना रहा है। नरेंद्र मोदी की विजयी भाषण हो रहा है। जदयू के कार्यालय में मिठाई बांटी जा रही है, और विपक्षी महागठबंधन अब सवालों के जवाब देने के लिए उत्तर ढूंढ रहा है।।

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